soch

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Monday, December 26, 2011

तुम तो मेरे अपने थे

बहुत शिकवे है गैरो से हमें ...
पर तुम तो मेरे अपने  थे 
बहुत सहे इल्जाम गैरो से हमने 
पर तुम तो मेरे अपने थे ......
नहीं है परवाह गैरो की आज भी हमें 
पर.........................................
 तुम तो मेरे अपने थे ...

Saturday, November 19, 2011

बस अब और नहीं

बस अब और नहीं
नहीं तो ....................
फोड़ देंगे , काट देंगे , छील देंगे 
बहुत सह लिया कम्बखत दुनिया को 
ये साली गलत को सही , और सही को गलत बताती है 
हम क्यों माने ...............
हम सही है तो सही ही है ..........
कर लो जो तुमसे हो सकता है 
साला एक प्यार ही तो किया है 
बस ....... यही गलती है हमारी ??
हम तो करेगे 
ताउम्र करेगे ........
दिल से करेगे.... रोम रोम से करेगे 
वो करे चाहे न करे ...........

Friday, November 18, 2011

सजा में कितना मजा है

तुम पास नहीं फिर भी कितने पास हो 
पहले दिल से लग जाते थे
अब दिल में समां गए हो 
तुम सोचती हो यह सजा है
पर तुम्हे क्या पता इस सजा में कितना मजा है
गुमसुम , अलग थलग  , मस्त 
रहने में आपना ही मजा है 
वो  किसी ने सच कहा है 
" तुमको मैं  हार गया खुद को ,
तुमको मैं जीता हु "

Wednesday, November 9, 2011

सच्चा प्रेम जो मैंने किया है तुमसे ................

कुछ रिश्तो के अपने ही मायने होते है 
वो न तो  भगवान बनाता है
न ही हम खुद बनाते है
बस बन जाते है खुद ब खुद
चाहे हम जितना भी बदलना चाहे , भूलना चाहे
लाख कोशिश  कर ले पर ,
उनकी एक अपनी ही खास जगह होती है 
अन्त्रमन्न  में , 
वो रिश्ते हमे ऐसे मंत्र मुग्ध  करे रखते है 
की अपने आप से रिश्ता ख़तम सा हो  जाता  है
सच ...........................
जब दो आत्माओ का मिलन हो जाता है
तो दुनिया की कोई भी शक्ति उन्हें अलग नहीं कर सकती 
सब तत्र मंत्र  परास्त हो जाते है इसके आगे 
सही मायने में यही है सच्चा  प्रेम
जो मैंने किया है तुमसे ......................................  

Wednesday, September 14, 2011

अभी तक हारा नहीं हु मैं





लगा कर आग जो हाथ सेकते है
कभी इधर  की तो कभी उधर  की फेकते है 
नजर नहीं आयेगे जब होगा सामना 
कर दूंगा हषर वो की  मुश्किल हो जायेगा पहचानना 
मासूम दिलो  के जज्बातों से खेलना 
पड़ेगा बहुत महंगा उन्हें
बहुत रुलाया , तडपाया , मजबूर किया है हमे 
जूठी तोहमते , इल्जाम बहुत सहे है हमने 
हँसी आते है सोच कर , क्या होगा उन जालिमो का
जब आपनी पर आएगा कोई 
मेरी हस्ती तो तुम मिटा न सके 
आएगा मजा जब तुमारी हस्ती मिटाएगा कोई  
क्योकि खेल अभी ख़तम नहीं हुआ
अभी तक हारा नहीं हु मैं 

Sunday, September 4, 2011

कोई तो हो अपना

कभी कभी ऐसा क्यों होता है 
की जो बातें बनी बनाई है
वही झूठी साबित हो जाती है
लोग कहते है जिस चीज़ के पीछे भागो
वोह तुम्हे कभी नहीं मिलती
जब भागना छोड़ दो
तो वोह खुद बखुद तुमरे पास चली आती है
लकिन उसके साथ तो ऐसा भी नहीं हुआ
माँ के गुजरने के बाद प्यार को तरसता एक बच्चा
मिली तो हमदर्दी , वोह भी झूठी 
जब बड़ा हुआ तोह दोस्तों में प्यार तलाशने लगा
भाग रहा था प्यार के पीछे , पर कहीं नहीं मिला
जब वोह आई उसकी जिन्दगी में 
तो  लगा जैसे तलाश पूरी हो गई
पर वो नहीं जानता था , बनी बनाई बातो को
प्यार तो उसके नसीब में ही नहीं था 
आज भागना छोड़ दिया उसने प्यार के पीछे 
लकिन वो बातें अभी भी सच नहीं हुई 
इस जिन्दगी में कोई तो हो अपना
जिसे वो  अपना बस अपना कह सके  

Saturday, August 20, 2011

लहू को तो उबल जाने दो

करेगे बात तुमसे भी 
जरा यह बुरा वक़्त गुजर जाने  दो 
दोस्तों से भी मिलेगे जी भर के 
दुश्मनों से तो निपट जाने दो 
भभक तो उठी है आग सीने में
जरा लहू को तो उबल जाने दो 
लगा दूंगा आग सारे ज़माने को
जरा मैदान में तो उत्तर जाने दो 
देख लेना हषर उन परिंदों का 
जरा हाथ में तो आ जाने दो 

Thursday, July 21, 2011

मेरा नाम रिश्वत है

नमस्कार सज्जनों मित्रो और सरकारी बाबुओ
मेरा नाम रिश्वत है
आपके समाज में मेरे और भी कई नाम जैसे
घूस , मिठाई , चाय पानी... .............
में बहुत शुकर गुजर हु उन सभी सरकारी बाबुओ का
जिनकी बदोलत ( खासकर अ...... सिंह जी का ) आज मैंने दिल्ली में
आपना घर बसा लिया है......
वैसे तोह मेरे इस देश में हर जिले में घर है
जिनमे मेरा सारा कुनबा बसा हुआ है
आज से कुछ साल पहले मेरा कोई वजूद नहीं था
गुमनामी की जिन्दगी जी रही  थी मैं
बाबुओ के टेबल के नीचे , या मिठाई के डिब्बो तक
ही सीमित रह गई थी मैं
भला हो यह स्टिंग ओपरेशन  वालो का , न्यूज़ चैनल
वालो का जिन्होंने मुझे इस गुमनाम जिन्दगी  से निकाल कर
सियासत की शीर्ष पर बीठा दिया है 
मेरे कुनबे के कुछ समारोह जैसे हवाला , नोट के बदले वोट
बहुत ही परसिद हुए जिनके लिए मैं आप सब की तहे दिल
से शुकर गुजर हु
बहुत से लोग इस देश में ऐसे है जो मेरा देश निकला 
चाहते है , मैं गुजारिश करती हु उन लोगो से
किरपा कर के यह विचार दिमाग से निकाल दे
एक तो मेरे सर पर हाथ उन लोगो का है 
जिनके होते कोई मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता
डरती हु मैं  बाबा रामदेव  से , अन्ना हजारे से 
लोकपाल से ......................
इस विशव में ऐसा कोई भी देश नहीं जहाँ मैं 
आपना घर बसा सकू 
अब आप लोग इसे मेरे प्राथना समझ लो 
या फिर धमकी 
अगर  मेरा इस देश से विसर्जन हुआ तो 
मैं उन सब लोगो को ले डूबुगी  जो मेरे साथ
इन सब में शामिल है
अब देखते है किसमे कितना है दम........
.............................................................
...........................................................

आप लोग इसे  एक वयंग्य न समझे 
यह एक सच्चाई है ....
आओ और मिल कर इसका सामना करे

 



 

Tuesday, May 24, 2011

उधार जिन्दगी से

जब माँगा हमने थोडा सा उधार जिन्दगी से जिन्दगी का
तो उसने कहाँ कौन हो तुम 
रोया , समझाया बहुत मगर
कम्बखत  उसने नहीं माना
अब आया समझ जिंदगी का फलसफा
आज  छीन ली हमने आपनी जिंदगी , जिंदगी से
तो समझ में  यह आया मेरे दोस्त
शराफत का जमाना नहीं है अब मेरे दोस्त
जिंदगी दिखने में है जितनी  खुबसूरत
ये उतनी ही बेवफा भी है
हाथ फैलाओगे तो नहीं मिलेगा कुछ भी
छीन लोगे हक तो सब तुम्हारा है

Saturday, May 14, 2011

तेरी शाक्सियत है बड़ी उची

कुछ न कुछ कमी मुझ में ही रही होगी
ऐसे ही नहीं मैं उसके दिल से उत्तर गया
जिन्दा हु शायद किसी की दुआओ का असर है
जो हालात देखे है कब का मर मिटा होता 
तेरी शाक्सियत है बड़ी उची , 
मेरी मज़बूरी है मैं ओकात में रहता हु 
कहने को आऊ तो  बोलती बंद कर दू लोगो की
कहने को बहुत कुछ है पर मैं सहता हु 
पानी हु में नीचे की तरफ बहता हु
लोग तो बड़े जालिम है , जुलम किये जा रहे है 
लोग पता नहीं कैसे सहे जा रहे है 
कही तेल के कुओ की प्यास है
तो कही जेहाद का नारा है
हर जगह बेक़सूर माँरे  जा रहे है 

Friday, May 13, 2011

हाय री जनता

हाय री जनता , तेरा कुछ नहीं बनता 
अमरसिंह की खुल गई पोल 
फिर भी वोह कर गया गोल मोल 
मायावती की है सरकार
हर जगह है मारो मार
स्विस बैंक का  खुल गया  खाता
फिर भी जनता को कुछ समझ नहीं आता
लुट रहे है देश को
क्यों की जनता है भोली
मैं तो कहता हु इन गद्दारों को
बीच  सड़क के मारो गोली  


Friday, May 6, 2011

मर्ज..........

ये मर्ज है ऐसा , जिसकी दवा न कोई 
इक दर्द है ऐसा  , जिसके सिवा न कोई 
मिल जाये अगर जन्नत है आगोश में
न मिले तो ऐसा नरक न कोई 
सबसे प्यार की उम्मीद न करो यारो
निभेगी न किसी से , न मिलेगा कोई 
करती है आबाद और बर्बाद भी
जब चला नजरो का तीर , तो बचा न कोई 

Wednesday, April 27, 2011

...दर्द......

दर्द होता है जब करता हु याद तुझे 
पर अपना सा लगता है यह दर्द
सच कहू तो याद करता नहीं मैं
आज जाती है याद तेरी मुझे दर्द देने के लिए
मुजरिम जो ठहरा तेरा
सजा मिलनी तो लाजमी है  

....अफ़सोस .......

अगर  सुन रही हो तो सुनो
अगर देख रही हो तो देखो
क्या हो गया मैं तुमारे बिना
झुकता था सारा जमाना जिसके  के आगे 
आज झुक गया सब के आगे , तुमाहरे लिए  
खुश था बेपरवाह था मस्त था 
आज तबाह हो गया  तुमाहरे लिए 
जीता था तुझे देख देख के 
आज जी रहा हु तुझे एक बार देखने के लिए 
अफ़सोस तो रहेगा उमर भर 
तेरी शिकायतों के लिए 
पर अहसानमंद भी रहूगा हमेशा 
तेरी रियायतों  के लिए 
मेरी वफ़ा पर करना यकीं 
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं

Tuesday, April 26, 2011

......पैसा बोलता है .......

छुट जाते है अपराधी
मिल जाती है आजादी 
के पैसा बोलता है
जनता के रक्षक
बन जाते है भक्षक
के पैसा बोलता है
बदल जाते है अपने
मिट जाते है रिश्ते
के पैसा बोलता है
बिक जाती है जनता
बिकने को हुआ देश
के पैसा बोलता है
लुटेरे है देश के
बस बदला है भेष
के पैसा बोलता है
बिकता है ईमान यहाँ
और बिकता है ईमानदार भी
के पैसा बोलता है
हाय रे पैसा , वाह रे पैसा
कम्बखत कहाँ से तू आया
और यह कैसी है तेरी माया

Saturday, April 23, 2011

यही है जिंदगी मेरे दोस्तों

कोई खवाबो की भीड़ में है खोया हुआ
किसी को नींद की तलाश है
किसी की जिंदगी की होने वाली है नई शुरुवात 
किसी को मौत की तलाश है
कोई खोया हुआ है जिंदगी की रंगीनियों में 
किसी के मौत से बह्तेर हालात है 
यही है जिंदगी मेरे दोस्तों 
किसी के हिस्से में आया है दिन
तो किसी की हिस्से में आयी रात है 

Friday, April 15, 2011

सजा

भूल जाओ मुझे तोडा है मैंने दिल तुमारा 
खूब रुलाओ मुझे तोडा है मैंने दिल तुमारा

हर दुआ बद्दुआ बन जाये मेरे लिए 
हर सांस मेरी तडपाये मुझे
 
मरना चाहू तो मर न सकु
जीयु ऐसे के रोज मरू

ख्वाब तेरे देखना चाहू पर सो न सकु 
रोना भी चाहू पर रो न सकु
 
हर घडी मेरी जिन्दगी मैं आये नया दुःख
भूल जाऊ  मैं कभी देखा था सुख
 
तेरा दिल तोड़ने की ऐसी मिले मुझे सजा 
मेरी मौत की न बने कोई भी वजह 

........देखता है मुझे आँखे बंद कर के

सुना है मैंने , करता है आज  भी मुझे याद वो 
चूमता है मेरी निशानी बार बार 
देखता है मुझे आँखे बंद कर के
खफा  है मुझ से फिर न जाने क्यों
अगर  प्यार नहीं है तो आता है मेरे ख्वाबो में क्यों   
सुना है मैंने रिश्ते बनाता है भगवान
फिर ये  रिश्ते बदलते है क्यों  

.........................तेरी चाहतो के सदके


तेरी चाहतो के सदके जो जिन्दा हु अब तक 
मर मिटा दिया होता वेर्ना हालातो ने अब तक
तेरा प्यार  है अमृत जो बहता है लहू बन कर
धड़कता है ये दिल तुझे याद कर कर 
कहते है लोग के बेवफा है वो पर जानता हु मैं  तेरे हालात
मेरे सारे इल्जाम तुने लिए है आपने सर पर
   

Thursday, April 14, 2011

आत्महत्या


सबसे आसान तरीका आत्महत्या का 
किसी को दिलोजान से चाहो 
तुम रोज मरोगे 
यह बात चार्ली चापलिन ने कही है 

प्यार और जज्बात

प्यार और जज्बात 
दोनों एक दुसरे के पूरक है 
जब तक प्यार की कदर होती है तब  तक ही जज्बातों  की बात होती है 
और जब तक जज्बात जिन्दा रहते है प्यार कभी ख़तम नहीं होता 

ज़िन्दगी से शिकायत


ज़िन्दगी से शिकायत किस शख्स को नहीं होती
कर दे हर हसरत पूरी ज़िन्दगी की ऐसी फितरत नहीं होती ,
ख्वाब तोह दिखा देती है ज़िन्दगी पर हर ख्वाब की मंजिल नहीं होती
तमन्नाये कुछ ऐसी भी होती हैं जो कभी हासिल नहीं होती .

Friday, February 18, 2011

Paise ke aage her sheh ko bikte dekha hai
Maine khun ke rishto ko bhi badlte dekha hai

Pyar ka toh ab bus naam reh gaya hai
Pyar kahan hai yeh kisi ko nhi pata

Jisse bhi pyar kiya usse ne hee rulaya
Mere aasuo ken a samjha keemat koi.

Aaj who baat kerne se bhi katrate hai
Kbhi joh baat na hone per mujhse khafa ho jate the

Kahte the kabhi kee tumare liye jaan bhi de denge
Aaj wahi log meri jaan ke dushan hai.

Ab toh bus peena hee naam hai jindgi ka
Kabhi aansu toh kabhi sharab