अगर सुन रही हो तो सुनो
अगर देख रही हो तो देखो
क्या हो गया मैं तुमारे बिना
झुकता था सारा जमाना जिसके के आगे
आज झुक गया सब के आगे , तुमाहरे लिए
खुश था बेपरवाह था मस्त था
आज तबाह हो गया तुमाहरे लिए
जीता था तुझे देख देख के
आज जी रहा हु तुझे एक बार देखने के लिए
अफ़सोस तो रहेगा उमर भर
तेरी शिकायतों के लिए
पर अहसानमंद भी रहूगा हमेशा
तेरी रियायतों के लिए
मेरी वफ़ा पर करना यकीं
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं