soch

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Wednesday, April 27, 2011

...दर्द......

दर्द होता है जब करता हु याद तुझे 
पर अपना सा लगता है यह दर्द
सच कहू तो याद करता नहीं मैं
आज जाती है याद तेरी मुझे दर्द देने के लिए
मुजरिम जो ठहरा तेरा
सजा मिलनी तो लाजमी है  

....अफ़सोस .......

अगर  सुन रही हो तो सुनो
अगर देख रही हो तो देखो
क्या हो गया मैं तुमारे बिना
झुकता था सारा जमाना जिसके  के आगे 
आज झुक गया सब के आगे , तुमाहरे लिए  
खुश था बेपरवाह था मस्त था 
आज तबाह हो गया  तुमाहरे लिए 
जीता था तुझे देख देख के 
आज जी रहा हु तुझे एक बार देखने के लिए 
अफ़सोस तो रहेगा उमर भर 
तेरी शिकायतों के लिए 
पर अहसानमंद भी रहूगा हमेशा 
तेरी रियायतों  के लिए 
मेरी वफ़ा पर करना यकीं 
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं

Tuesday, April 26, 2011

......पैसा बोलता है .......

छुट जाते है अपराधी
मिल जाती है आजादी 
के पैसा बोलता है
जनता के रक्षक
बन जाते है भक्षक
के पैसा बोलता है
बदल जाते है अपने
मिट जाते है रिश्ते
के पैसा बोलता है
बिक जाती है जनता
बिकने को हुआ देश
के पैसा बोलता है
लुटेरे है देश के
बस बदला है भेष
के पैसा बोलता है
बिकता है ईमान यहाँ
और बिकता है ईमानदार भी
के पैसा बोलता है
हाय रे पैसा , वाह रे पैसा
कम्बखत कहाँ से तू आया
और यह कैसी है तेरी माया

Saturday, April 23, 2011

यही है जिंदगी मेरे दोस्तों

कोई खवाबो की भीड़ में है खोया हुआ
किसी को नींद की तलाश है
किसी की जिंदगी की होने वाली है नई शुरुवात 
किसी को मौत की तलाश है
कोई खोया हुआ है जिंदगी की रंगीनियों में 
किसी के मौत से बह्तेर हालात है 
यही है जिंदगी मेरे दोस्तों 
किसी के हिस्से में आया है दिन
तो किसी की हिस्से में आयी रात है 

Friday, April 15, 2011

सजा

भूल जाओ मुझे तोडा है मैंने दिल तुमारा 
खूब रुलाओ मुझे तोडा है मैंने दिल तुमारा

हर दुआ बद्दुआ बन जाये मेरे लिए 
हर सांस मेरी तडपाये मुझे
 
मरना चाहू तो मर न सकु
जीयु ऐसे के रोज मरू

ख्वाब तेरे देखना चाहू पर सो न सकु 
रोना भी चाहू पर रो न सकु
 
हर घडी मेरी जिन्दगी मैं आये नया दुःख
भूल जाऊ  मैं कभी देखा था सुख
 
तेरा दिल तोड़ने की ऐसी मिले मुझे सजा 
मेरी मौत की न बने कोई भी वजह 

........देखता है मुझे आँखे बंद कर के

सुना है मैंने , करता है आज  भी मुझे याद वो 
चूमता है मेरी निशानी बार बार 
देखता है मुझे आँखे बंद कर के
खफा  है मुझ से फिर न जाने क्यों
अगर  प्यार नहीं है तो आता है मेरे ख्वाबो में क्यों   
सुना है मैंने रिश्ते बनाता है भगवान
फिर ये  रिश्ते बदलते है क्यों  

.........................तेरी चाहतो के सदके


तेरी चाहतो के सदके जो जिन्दा हु अब तक 
मर मिटा दिया होता वेर्ना हालातो ने अब तक
तेरा प्यार  है अमृत जो बहता है लहू बन कर
धड़कता है ये दिल तुझे याद कर कर 
कहते है लोग के बेवफा है वो पर जानता हु मैं  तेरे हालात
मेरे सारे इल्जाम तुने लिए है आपने सर पर
   

Thursday, April 14, 2011

आत्महत्या


सबसे आसान तरीका आत्महत्या का 
किसी को दिलोजान से चाहो 
तुम रोज मरोगे 
यह बात चार्ली चापलिन ने कही है 

प्यार और जज्बात

प्यार और जज्बात 
दोनों एक दुसरे के पूरक है 
जब तक प्यार की कदर होती है तब  तक ही जज्बातों  की बात होती है 
और जब तक जज्बात जिन्दा रहते है प्यार कभी ख़तम नहीं होता 

ज़िन्दगी से शिकायत


ज़िन्दगी से शिकायत किस शख्स को नहीं होती
कर दे हर हसरत पूरी ज़िन्दगी की ऐसी फितरत नहीं होती ,
ख्वाब तोह दिखा देती है ज़िन्दगी पर हर ख्वाब की मंजिल नहीं होती
तमन्नाये कुछ ऐसी भी होती हैं जो कभी हासिल नहीं होती .