बदनसीबी है जो इस हालत में भी जी रहे है
खुशनसीब होते जो मुह मांगे मिल जाती मौत
हालातो ने लड़ना तो दिया सिखा
गर हालत बदल जाते तो खुशनसीबी होती
रिश्तो की आड़ में तो सबको जरुरत है मेरी
गर बिना शरत मंजूरी होती तो खुशनसीबी होती
ए तक़दीर बनाने वाले
ये क्या लिख दिया मेरी हाथो की लकीरों में ??
ये लकीरे बदल जाती तो खुशनसीबी होती
2 comments:
bahut sundar rachana
--- शायद आपको पसंद आये ---
1. Advance Numbered Page Navigation ब्लॉगर पर
2. मुहब्बत में तेरे ग़म की क़सम ऐसा भी होता है
3. तख़लीक़-ए-नज़र
shukriya vinay jeee
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