ये मर्ज है ऐसा , जिसकी दवा न कोई
इक दर्द है ऐसा , जिसके सिवा न कोई
मिल जाये अगर जन्नत है आगोश में
न मिले तो ऐसा नरक न कोई
सबसे प्यार की उम्मीद न करो यारो
निभेगी न किसी से , न मिलेगा कोई
करती है आबाद और बर्बाद भी
जब चला नजरो का तीर , तो बचा न कोई
2 comments:
सबसे प्यार की उम्मीद न करो यारो
निभेगी न किसी से , न मिलेगा कोई
bahut sahi
शुक्रिया संजय जी , रश्मि जी
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