" कम्बखत कह न सका दिल की बात हमसे....
और हमने दुश्मन किया सारे जहाँ को ........
वो रोया तन्हाई में सिमट कर
हमने आसुओ में भिगोया सारे जहाँ को "
और हमने दुश्मन किया सारे जहाँ को ........
वो रोया तन्हाई में सिमट कर
हमने आसुओ में भिगोया सारे जहाँ को "
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