एक होड़ से लग गयी थी
दर्द और मेरे प्यार में
एक समय था जब प्यार मेरे सबसे करीब था
और दर्द बिलकुल भी नहीं
ये बात दर्द को नागवार गुजरी
उसने रची एक साजिश
दर्द बहुत नफरत करता था मेरे प्यार से
और मोहरा बना मैं
हुआ ऐसा कुछ
इस दर्द ने धीरे धीरे मेरे प्यार को मुझसे
कर दिया दूर
और खुद आ गया मेरे इतने नजदीक
की मुझे पता भी नहीं चला
दर्द जीत गया
हार गया प्यार
हार गया मैं
और आज वो समय है
जब दर्द से ही है मुझे प्यार
ये दर्द कम्भखत हम दोनों के तो करीब आ गया
और हमे कर दिया एक दुसरे से दूर
अजीब साजिश
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